आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का कहना हैं कि पूरे भारत में गौरक्षा पर सभी के लिए एक ही कानून बननी चाहिए।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस )प्रमुख मोहन भागवत का कहना हैं कि गौरक्षा पर पूरे भारत में सभी के लिए एक समान कानून बनाया जाना चाहिए. उनके विचार के अनुसार राजनीतिक जटिलताओं के वजह से ही यह कानून को बनने में थोड़ा समय लग सकता है.
मोहन भागवत ने कहा कि पूरे भारत मे जहां-जहां आरएसएस के स्वयंसेवक हैं.उन क्षेत्रों पर गौरक्षा कानून बनाये जा चुके हैं. लेकिन, उनका कहना हैं कि कोई किसी पर हिंसा नहीं कर सकता है.
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि गोरक्षा के नाम पर कोई भी किसी को किसी भी प्रकार की हानि पहुंचाए, अपशब्द कमेंट करे या हिंसा करना सही नहीं है. ऐसी घटनाओं से गौरक्षा अभियान सफलता की ओर नहीं पहुंचती है.
हाल ही में कुछ दिन पहले की ही बात हैं,अलवर में कुछ कथित तौर पर गौरक्षकों ने पहलू खान नाम के एक शख्स को पीट-पीट कर मार डाला था.
पहलू खान अपने बेटों के संग राजस्थान से गाय सहित कुछ मवेशी खरीद कर हरियाणा के मेवात जा रहे थे. वह दूध का व्यापार करना चाहते थे.
लेकिन,रास्ते में भीड़ ने उनको रोक लिया और उनके ऊपर गाय को मारने के लिए ले जाने का आरोप लगाकर मारपीट शुरू कर दी. भीड़ में शामिल कुछ युवकों ने पहलू को बड़ी ही बेदर्दी से मारा और उनकी गाड़ी भी तोड़ दी.
पोस्टम़ॉर्टम रिपोर्ट में भी उनकी मौत मार-पिटाई की वजह से बताई गई है. पहलू खान के बेटों ने बताया कि उन लोगों ने भीड़ में शामिल लोगों को गाय और मवेशी खरीदे जाने से संबंधित कागजात भी दिखाए थे लेकिन किसी ने एक न सुनी.
इस घटना की गूंज राजस्थान से लेकर संसद तक सुनाई दी. राज्यसभा में इस मुद्दे को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने उठाया तो मीडिया में पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को घेरा है. वहीं इसी मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी राजस्थान सरकार से जवाब मांगा है.
इसके अलावा गौरक्षा के नाम पर देश में भर बढ़ रही हिंसा पर सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई एक याचिका पर केंद्र सहित 6 राज्यों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है.
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