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Thursday, January 12, 2017

हिन्दी कविता जागो हर एक देशवासी,राष्ट्रीय युवा दिवस पर विशेष

कविता:-जागो हर एक देशवासी
लेखक:-युधिष्ठिर महतो(कुमार युडी)

जागो मेरे संगी साथी,
जागो हर एक देशवासी,
तुम ही जो बना सकता हैं,
अपने देश को स्वर्ग,
जागो मेरे संगी साथी,
जागो हर एक देशवासी।।

तुम क्यों भटक रहे हो,
अंधकार में यहाँ-वहाँ,
तुम क्यों नहीं निकलते,
ज्ञान की खोज में,
बस तुम इन भौतिक चीज़ो के बारे में,
सोचते रह जाते हो,
आगे बढ़ो तुम्हारी,
इस जहाँ को जरूरत हैं,
जागो मेरे संगी साथी,
जागो हर एक देशवासी।।

तुम मत भूलो कि,
तुम उस देश में रहते हो,जहाँ कई महापुरुषों ने जन्म लिया,
उन्होंने इस समाज के खातिर,
बहुत कुछ हैं किया,
तुम में भी वो शक्ति हैं,
अपने आप को जगाओ,
जागो मेरे संगी साथी,
जागो हर एक देशवासी।।

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