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Thursday, March 9, 2017

होली की हार्दिक शुभकामना

शीर्षक:-होली की हार्दिक शुभकामना
लेखक:-युधिष्ठिर महतो(कुमार युडी)
रंगों से हर चेहरा सजा हैं,
हाथों में अबीर गुलाल ले निकला हैं,
कोई गालों में लगाये,
कोई माथे पर सजाये,
कोई चरणों की धूल बनाये,
कोई हवा में उड़ाये,
तन का कपड़ा रंगों से हैं सजा,
होली की हार्दिक शुभकामना।।

देखो तो बच्चे,पिचकारी लिए खड़े हैं
कोई हाथों में रंग लिए,किसी के पीछे दौड़े हैं,
कोई ख़ुशी से हैं लगाता,
तो किसी से जबर्दस्ती हैं करना पड़ता,
पर आखिर हैं वो मान जाता,
सभी गम देते हैं भुला,
होली की हार्दिक शुभकामना।।

घरों में पकवान बने हैं,
खुसबू से आस पास का माहौल बना हैं,
कोई खाये,कोई कुछ पिये,
सभी मस्ती में मौज मनाएं,
बच्चे बूढ़े युवा सभी,कोई किसी से न शर्माएं,
जाति धर्म दुश्मनी सभी भूल जाते हैं,
सभी मिलकर होली मनाते हैं,
मना तुम कितनो करों,
कोई नहीं हैं सुनता,
होली की हार्दिक शुभकामना।।

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