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Tuesday, April 25, 2017

भारत में फ़िल्म सेंसर प्रमाण पत्र कितने प्रकार के हैं?

भारत एक ऐसा देश जहाँ पूरे विश्व में सबसे ज़्यादा फिल्में बनती हैं।साथ ही सबसे ज़्यादा नियंत्रण भी यहीं हैं।सरकार फिल्मों के निर्माण वितरण और प्रदर्शन पर अपना नियंत्रण रखती हैं।केंद्रीय फ़िल्म सेंसर बोर्ड जो कि अब सेंट्रल बोर्ड ऑफ फ़िल्म सर्टिफिकेशन के नाम से जाना जाता हैं।पहले फिल्मों को दो केटेगरी में सेंसर से पास किया जाता था।लेकिन,अब मुख्य रूप से चार केटेगरी में सेंसर से फिल्मों को पास किया जाता हैं।
फिल्मों को यू यानी कि यूनिवर्सल आसान भाषा में कहे तो सार्वजनिक,ए मतलब  व्यस्क, यूए का अर्थ हैं सार्वजनिक लेकिन 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए नहीं,एस कुछ विशेष वर्गीकरण में से एक स्वीकृति दी जाती हैं।
इस तरह से देखें तो मुख्य रूप इन्ही कैटेगरी में वर्गीकरण किया जाता हैं।खास तौर पर अभी की ज़्यादातर फिल्मों को यूए प्रमाण पत्र ज़्यादा दिया जा रहा हैं।परंतु,फिल्मों के आधार पर ही प्रमाणित किया जाता हैं।

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