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Friday, April 28, 2017

हौसले बुलंद हो तो कुछ भी कर दिखाना असंभव नहीं होता हैं-निधि जायसवाल

हौसले बुलंद हो तो कुछ भी कर दिखाना नामुमकिन नहीं।

धनबाद। मिसेस इंडिया में मिसेस फोटोजेनिक का खिताब जीतने वाली निधि जायसवाल की अपनी एक अलग पहचान हैं।धनबाद के छोटे से कस्बे में जन्मी निधि जायसवाल को बचपन से ही मॉडल बनने का शौक था। मिसेस इंडिया में जाना चाहती थी ।लेकिन,कुछ कारण के चलते मिसेस इंडिया में वो हिस्सा नही ले पाई। पर निधि ने हार नही मानी।उनको तो कुछ कर दिखाने का जुनून था।उन्होंने अपनी स्कूल की पढ़ाई डीनोबली मैथन से पूरी की है और कॉलेज की पढ़ाई बीएसएस मैथन से पूरी की। 2007 में बोर्ड पास करने वाली एक छोटे से कस्बे की लड़की जो कोई नही सोचा था कि यह लड़की 10 साल बाद मिसेस फोटोजेनिक का खिताब जीत जायेगी।शादी के बाद भारतीय महिला एक बंधन में बन्द जाती है।उस समय उसकी मर्जी नही चलती है।निधि जायसवाल भी एक भारतीय नारी होने के नाते बंधन में बंध गई थी। लेकिन,निधि जायसवाल के पति ने पूरा साथ निभाया ।उन्होंने अपने पति को बोली में मिसेस इंडिया में जाना चाहती हूँ। निधि के पति ने बिना सोचे समझे अपने पत्नी का साथ दिया और उसके साथ कदम से कदम मिला कर निधि को मिसेस इंडिया के लिए लेकर गए।निधि ने अपनी प्रॉफेशन ट्रैनिंग दुनिया की सबसे मशहूर ट्रैनिंग स्कूल टिअरा से की हैं।जिसकी संचालिका रितिका रामत्री हैं।
निधि जायसवाल के पापा 2015 में दुनिया को अलविदा कह दिए ।उससे निधि बहुत टूट गई। पापा की लाडली बेटी थी।अगर आज उनके पापा दुनिया मे होते तो अपनी बेटी की इस उपलब्धि से काफी खुश होते।आज उनकी बेटी मिसेस फोटोजेनिक का खिताब अपने नाम कर ली है।धनबाद नगर निगम की ब्रांड अम्बेसडर भी बन गयी।पूरे धनबाद का नाम रौशन करने वाली महिला बनी।

-धनबाद से सरताज खान की रिपोर्ट.

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