कुंदन पाहन के आत्मसमर्पण के विरोध में उतरे आजसू झामुमो और शहीद परिवार के लोग।
रांची ।तमाड़ विधानसभा क्षेत्र से आजसू के विधायक व दिवंगत पूर्व मंत्री रमेश सिंह मुंडा के पुत्र विकास मुंडा आज दूसरे दिन भी माओवादी कुंदन पाहन के सरेंडर के खिलाफ अनशन पर बैठे रहे. विकास मुंडा अपने समर्थकों के साथ मोरहाबादी मैदान के निकट गांधी प्रतिमा के समक्ष अनशन पर बैठे हैं. उन्होंने आज मीडिया से कहा कि ऐसा लगता है कि उसके पीछे कुछ सफेदपाेश लोग हैं, जिन्हें बचाने के लिए पुलिस ने उसका सरेंडर करवाया है.
उन्होंने कहा कि माओवादियों-नक्सलियों के सरेंडर की राज्य सरकार की नीति समझ से परे है. सरकार में शामिल पार्टी के विधायक होने के नाते उनके द्वारा उठाये जा रहे सवालों पर उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी हमारे साथ खड़ी है.
वहीं, झामुमो नेता विनोद पांडेय ने भी आरोप लगाया है कि रॉबिनहुड की तरह उसे प्रस्तुत कर उसका आत्मसमर्पण करवाना दुर्भाग्यपूर्ण है. आज दूसरे दिन भी कुछ शहीदों के परिजनों ने उसके सरेंडर पर सवाल उठाया है. हत्या, लूट, बारुदी सुरंग विस्फोट के 128 कांडों में कुंदन पाहन शामिल रहा है
[ कुख्यात नक्सली कुंदन पाहन के सरेंडर पर झारखंड में राजनीति शुरू हो गई है। मुख्य विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा का आरोप है कि भाजपा नक्सलियों के बूते चुनाव लड़ना चाहती है।
झामुमो महासचिव विनोद पांडेय ने कहा कि यही वजह है कि कुंदन पाहन व अन्य नक्सलियों के सरेंडर का सरकार की शह पर पुलिस ने महिमामंडन किया। सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि नक्सलियों संग क्या डील हुई है?
क्या वजह है कि 128 कांडों के आरोपी के लिए पुलिस रेड कार्पेट बिछा रही है। राज्य के किस पूर्व मुख्यमंत्री से सरेंडर के पहले कुंदन पाहन ने मशविरा किया, इसका खुलासा सरकार को करना चाहिए।
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